अर्थव्यवस्था
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क्यों सरकार का यह कहना सही नहीं है कि पेट्रोल-डीजल के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार तय करता है
जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी तो पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 9.48 और 3.56 रु प्रति लीटर हुआ करती थी. आज यह आंकड़ा 32.98 और 31.83 हो चुका है
विकास बहुगुणा
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‘डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर’ से भारत में क्या बड़ा बदलाव आने वाला है?
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) स्वतंत्र भारत में रेलवे से जुड़ी सबसे बड़ी परियोजना है
सत्याग्रह ब्यूरो
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भारतीय विमानन कंपनियां इतने बुरे हाल में हैं फिर भी सरकार उनकी मदद क्यों नहीं करती?
देश-विदेश के ज्यादातर जानकारों का मानना है कि भारतीय विमानन कंपनियों में अब बिना सरकारी मदद के खड़े रहने की सामर्थ्य नहीं बची है
अभय शर्मा
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कैसे इस बुरे वक्त में हमारे गांव देश की अर्थव्यवस्था को डूबने से बचा रहे हैं
तमाम रिपोर्ट्स और आंकड़े बताते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से सामान्य होने की ओर बढ़ रही है और इसमें ग्रामीण क्षेत्र एक बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है
अभय शर्मा
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क्यों चीन से अचानक व्यापार बंद करने पर भारत को ही ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है
ऊपर-ऊपर भले लगता हो कि चीन से व्यापार बंद करके या उसके सामान का बहिष्कार करके उसे नुकसान पहुंचाया जा सकता है, लेकिन आंकड़े इसकी उलटी तस्वीर दिखाते हैं
अभय शर्मा
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क्या मोदी सरकार के आर्थिक पैकेज में बैठ चुकी अर्थव्यवस्था को खड़ा करने का दम है?
लॉकडाउन के चलते लगभग थम चुकी अर्थव्यवस्था में फिर से जान फूंकने के लिए मोदी सरकार ने जिस 20 लाख करोड़ रु के पैकेज का ऐलान किया है उस पर कई सवाल उठ रहे हैं
विकास बहुगुणा
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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शराब की बिक्री इतनी जरूरी क्यों है कि कोरोना वायरस का खतरा भी उससे बहुत छोटा लगता है?
देश भर में शराब की दुकानों पर लगी भीड़ कोरोना संकट को खुला निमंत्रण है फिर भी राज्य सरकारें उसकी बिक्री बंद नहीं कर रही हैं
अभय शर्मा
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यस बैंक का मामला भारतीय बैंकिंग प्रणाली पर छाये गहरे संकट का एक नमूना भर है
पीएमसी बैंक के बाद यस बैंक के ताजा संकट ने भारतीय बैंकिंग प्रणाली की साख पर गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं
अनुराग शुक्ला
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आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार, वाजपेयी सरकार जितनी उदारवादी क्यों नहीं है?
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार को सबसे तेज आर्थिक सुधार लागू करने वाली केंद्र सरकार माना जाता है, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार का रवैया उससे काफी अलग है
अनुराग शुक्ला
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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आर्थिक सर्वेक्षण की पांच बातें जो आम आदमी को शायद ही हजम हों
आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी की विकास दर पांच प्रतिशत रहने का अनुमान है
हिमांशु शेखर
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भारत फिर से सोना तस्करी का केंद्र क्यों बनता जा रहा है?
एक अनुमान के मुताबिक हर साल करीब 30 से 40 हजार करोड़ रुपये का सोना तस्करी के रास्ते से भारत में आता है
अनुराग शुक्ला
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क्या सीएए और एनआरसी में फंसी मोदी सरकार को याद भी है कि उसे मंदी और महंगाई दोनों से भिड़ना है
आम तौर पर महंगाई तब बढ़ती है जब बाज़ार में मांग हो, लेकिन मोदी सरकार की मुश्किल यह है कि यह सिद्धांत वर्तमान महंगाई पर लागू नहीं होता
अनुराग शुक्ला
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है