न्यायपालिका
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क्यों दिशा रवि को मिली जमानत न्यायपालिका में घर कर गईं सबसे बड़ी कमियों को रेखांकित करती है
अदालत ने दिशा रवि के मामले में जिस तरह का रुख अपनाया है उसने न्यायपालिका को मजबूत करने के साथ-साथ उसकी कई कमियों को भी उजागर किया है
विकास बहुगुणा
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क्या रंजन गोगोई उस बात को भूल चुके हैं जो उन्होंने ही अपनी जैसी नियुक्तियों के खिलाफ कही थी?
मोदी सरकार के कार्यकाल में रंजन गोगोई दूसरे ऐसे मुख्य न्यायाधीश हैं जिन्हें रिटायरमेंट के सिर्फ चार महीने बाद ही एक महत्वपूर्ण राजनीतिक पद दे दिया गया है
विकास बहुगुणा
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क्लीन चिट तो मिल गई मीलॉर्ड, लेकिन दाग़ अभी मिटे नहीं हैं
अगर जस्टिस रंजन गोगोई पर लगे आरोप ग़लत हैं तो भी जिस प्रक्रिया से उन्हें ग़लत घोषित किया गया है वह सही नहीं है
राहुल कोटियाल
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मीडिया में जरा सी भी शर्म बची है तो उसे जस्टिस सीकरी से माफी मांगनी चाहिए : मार्कंडेय काटजू
जस्टिस एके सीकरी प्रकरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू की नई टिप्पणी
मार्कंडेय काटजू
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क्यों देश के मुख्य न्यायाधीश की यह पहल सामाजिक न्याय के लिहाज से भी अहम है
देश के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने सभी बड़ी अदालतों से कहा है कि वे पांच साल से अधिक समय से लंबित मामलों में तेजी से फैसला सुनाएं
हेमंत कुमार पाण्डेय
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क्यों जजों की नियुक्तियों पर कॉलेजियम के फैसले सार्वजनिक होना, ऐसा न होने के बराबर ही है
सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने हाल ही में अपने जो भी फैसले सार्वजनिक किये हैं वे जजों की नियुक्तियों में पारदर्शिता के मोर्चे पर बेहद निराश करने वाले हैं
राहुल कोटियाल
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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जस्टिस कर्णन का मामला बताता है कि हमें जजों के खिलाफ कार्रवाई की किसी व्यवस्था की भी जरूरत है
इस व्यवस्था में कुछ ऐसे प्रावधान होने चाहिए जो न तो महाभियोग जितने कठोर और जटिल हों और न ही इतने हल्के कि दोषी सिर्फ ट्रांसफर पाकर बच निकले
राहुल कोटियाल
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जस्टिस कर्णन, अब आपके पास अपने बचाव में खुद को पागल बताने का ही विकल्प बचा है : राम जेठमलानी
सुप्रीम कोर्ट को खुलेआम चुनौती देने वाले कलकत्ता हाई कोर्ट के जस्टिस सीएस कर्णन के नाम यह खुला खत मशहूर वकील राम जेठमलानी ने लिखा है
सत्याग्रह ब्यूरो
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न्याय की ऐसी व्याख्या बेहद घातक है मीलॉर्ड!
बॉम्बे उच्च न्यायालय ने हत्या के तीन आरोपितों को यह कहते हुए जमानत दी है कि उन्होंने किसी व्यक्तिगत दुश्मनी के बजाय धार्मिक कारणों से हत्या की थी
राहुल कोटियाल
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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जो जस्टिस चेलामेश्वर कर रहे हैं वह सुप्रीम कोर्ट भी करता तो उसकी गरिमा को इतनी चोट न पहुंचती
यदि सुप्रीम कोर्ट अब भी जस्टिस चेलामेश्वर की अनदेखी करता है तो यह न्यायपालिका सहित लोकतंत्र के किसी भी खंभे के लिए शुभ नहीं होगा
राहुल कोटियाल
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पूर्व मुख्यमंत्रियों से सरकारी आवास खाली करवाने में बीस सालों का यह संघर्ष भी है
2004 में दाखिल की गई इस याचिका पर सिर्फ एक दिन ही मुख्य बहस हुई थी. यह दिन याचिका दाखिल होने के दस साल बाद आया था
राहुल कोटियाल
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एक फैसला जो न्याय व्यवस्था में सुधार के सबसे अनदेखे लेकिन जरूरी पक्ष की बात करता है
न्यायिक सुधारों की बात हो तो सिर्फ न्यायाधीशों और न्यायालय की कार्यप्रणाली तक सीमित रह जाती है. वकील, जो न्याय व्यवस्था का सबसे बड़ा अंग हैं इससे अछूते रह जाते हैं
राहुल कोटियाल
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है