लोकप्रिय
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मुंह से खून आना सिर्फ टीबी का लक्षण नहीं है, तो फिर इसका मतलब और क्या-क्या हो सकता है?
मुंह से चाहे कुछ ही बूंद खून गिरा हो या इससे ज्यादा, हर हाल में इस पर डॉक्टर की राय लेना बेहद जरूरी है
ज्ञान चतुर्वेदी
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‘उसने कहा था’ में ऐसा क्या है कि सिर्फ यही एक प्रेम कहानी लिखकर चंद्रधर शर्मा गुलेरी अमर हो गए
कुछ समय पहले आए बीबीसी के एक सर्वेक्षण के मुताबिक ‘उसने कहा था’ न सिर्फ प्रेम-कथाओं बल्कि हिंदी की दस बेमिसाल कहानियों में भी शामिल है
कविता
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'पशु संरक्षण और उस पर मेनका गांधी की चिंता में उतना ही फर्क है जितना गाय और नीलगाय में!'
सोशल मीडिया पर आज की हलचल
अंजलि मिश्रा
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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पंचायत: बेकार की रूमानियत और लॉकडाउन की बोरियत से दूर ग्राम पंचायत फुलेरा में आपका स्वागत है!
जैसे किसी लोकतंत्र की ताकत इसके लोगों में होती है, वैसे ही इस वेब सीरीज - पंचायत - की सबसे बड़ी ताकत इसके पांच मुख्य किरदारों में है
अंजलि मिश्रा
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
गीतकार शैलेंद्र ने अपने कालजयी गीतों के जरिये आम आदमी की भावनाओं को जुबान दी
अभय शर्मा
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
एक अंग्रेज अफ़सर ने लक्ष्मीबाई के बारे में लिखा था, 'हमारी किस्मत अच्छी थी कि उसके पास उसी के जैसे आदमी नहीं थे’
पुलकित भारद्वाज
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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गामा पहलवान : दुनिया का सबसे महान पहलवान जिसे लोग हिंदू-मुस्लिम भाईचारे के लिए भी याद रखेंगे
हिंदुओं की जान सांसत में थी. रुस्तम-ए-हिंद गामा ने कहा, ‘इस गली के सारे हिंदू मेरे भाई हैं. देखें, इन पर कौन हाथ उठाता है!’
अनुराग भारद्वाज
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आईएस ने इंटरनेट पर 'बम बनाने का आसान तरीका' अपलोड किया
एनआईए की जांच के मुताबिक भारत में अपने रंगरूटों के लिए आईएस ने यह दस्तावेज मध्य-पूर्व के किसी देश में बनवाया
सत्याग्रह ब्यूरो
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ट्रिपल एक्स : जहां दीपिका अपने अभिनय से ज्यादा दूसरी वजह से महत्वपूर्ण हैं
हॉलीवुड की दूसरी एक्शन फिल्मों की तरह ही ‘ट्रिपल एक्स’ ने भी चाइनीज, थाई और एक हिंदुस्तानी एक्टर को अहम रोल देकर अपने नए बाजार को साधने की कोशिश की है
शुभम उपाध्याय
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है
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औरंगज़ेब ने उन्हीं राजपूतों से लड़कर मुग़लिया सल्तनत खत्म की जिनसे मिलकर अकबर ने यह कायम की थी
औरंगजेब की शख्सियत में कई विरोधाभास थे. उसने कई मंदिर गिरवाये तो कई मंदिरों के लिए ज़मीनें भी दान कीं. उसकी सादगी भी असाधारण कही जाती है और क्रूरता भी
अनुराग भारद्वाज
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हमारी भाषाई विविधता से जुड़ी 10 बातें जो शायद ही आपको पता हों
भारत के भाषाई मानचित्र से हमें कई चौंकाने वाली बातें पता चलती हैं
सत्याग्रह ब्यूरो
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महात्मा गांधी द्वारा असहयोग आंदोलन की शुरुआत सहित एक अगस्त के नाम इतिहास में और क्या दर्ज है?
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 1921 में असहयोग आंदोलन के दौरान 396 हड़तालें हुई. इनमें छह लाख श्रमिक शामिल थे और इससे 70 लाख कार्यदिवसों का नुकसान हुआ था
सत्याग्रह ब्यूरो
दस्तावेज़
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घनश्याम दास बिड़ला: हिंदुस्तान की औद्योगिक क्रांति का जनक जो खुद को व्यापारी नहीं मानता था
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स्टालिन : जिसके अत्याचारों से उसका परिवार भी बच नहीं सका था
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एडविना माउंटबेटन: जिनके लिए जवाहरलाल नेहरू ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था!
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शिवाजी : वह मराठा सरदार जिसने हिंदुओं के खोए हुए आत्मसम्मान को पुनर्स्थापित किया था
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क्या महात्मा गांधी की हत्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका थी?